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आयुर्वेद पंचकर्म के फायदे: गवर्नमेंट (ऑटोनोमस) आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल, रीवा (म.प्र.)

Benefits of Ayurveda Panchkarma

आयुर्वेद पंचकर्म के फायदे: गवर्नमेंट (ऑटोनोमस) आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल, रीवा (म.प्र.)

आयुर्वेदिक चिकित्सा की प्राचीन विधि पंचकर्म के माध्यम से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में अद्वितीय सुधार प्राप्त किया जा सकता है। गवर्नमेंट (ऑटोनोमस) आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल, रीवा (म.प्र.) में आपको पंचकर्म के अद्वितीय लाभों का अनुभव करने का अवसर मिलता है। यह ब्लॉग पंचकर्म की विधियों और उनके फायदों पर विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा।

पंचकर्म क्या है?

पंचकर्म एक प्राचीन आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति है जिसका अर्थ है “पाँच कर्म” या “पाँच क्रियाएँ”। इन पाँच क्रियाओं के माध्यम से शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त किया जाता है और शरीर में दोषों (वात, पित्त, कफ) का संतुलन बहाल किया जाता है। पंचकर्म न केवल शरीर को शुद्ध करता है बल्कि मानसिक शांति और संपूर्ण स्वास्थ्य को भी सुधारता है।

पंचकर्म की पाँच प्रमुख क्रियाएँ

  1. वमन (उल्टी द्वारा शोधन):
    वमन के माध्यम से शरीर में संचित कफ दोष को बाहर निकाला जाता है। यह प्रक्रिया श्वसन तंत्र को शुद्ध करती है और सर्दी, खाँसी, दमा जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है।
  2. विरेचन (जुलाब द्वारा शोधन):
    विरेचन के माध्यम से पित्त दोष को शुद्ध किया जाता है। यह प्रक्रिया पाचन तंत्र को सुधारती है और त्वचा रोग, पीलिया, अम्लता जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है।
  3. बस्ती (औषधीय एनिमा):
    बस्ती के माध्यम से वात दोष को संतुलित किया जाता है। इसमें औषधीय तेलों और काढ़े का एनिमा दिया जाता है। यह प्रक्रिया गठिया, पेट की समस्याओं और नसों के रोगों में लाभकारी होती है।
  4. नस्य (नाक के माध्यम से औषधियों का प्रशासन):
    नस्य के माध्यम से नाक के द्वारा औषधियों का प्रशासन किया जाता है। यह प्रक्रिया सिर, गर्दन और नाक के रोगों में लाभकारी होती है और साइनसाइटिस, माइग्रेन जैसी समस्याओं से राहत दिलाती है।
  5. रक्तमोक्षण (रक्त शोधन):
    रक्तमोक्षण के माध्यम से रक्त को शुद्ध किया जाता है। यह प्रक्रिया त्वचा रोग, उच्च रक्तचाप और विषाक्तता जैसी समस्याओं में लाभकारी होती है।

पंचकर्म के फायदे

  1. शारीरिक शुद्धि:
    पंचकर्म शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है, जिससे शरीर शुद्ध और ताजगी महसूस करता है।
  2. मानसिक शांति:
    पंचकर्म के माध्यम से मानसिक तनाव और चिंता कम होती है, जिससे मन को शांति और संतुलन मिलता है।
  3. रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि:
    पंचकर्म प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है, जिससे शरीर बीमारियों से लड़ने में सक्षम होता है।
  4. नींद में सुधार:
    पंचकर्म के माध्यम से अनिद्रा की समस्या में सुधार होता है और नींद की गुणवत्ता बढ़ती है।
  5. पाचन में सुधार:
    पंचकर्म पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज, गैस, अम्लता जैसी पाचन समस्याओं से राहत दिलाता है।
  6. वजन प्रबंधन:
    पंचकर्म के माध्यम से शरीर का वजन संतुलित होता है और मोटापा कम करने में मदद मिलती है।

गवर्नमेंट (ऑटोनोमस) आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल, रीवा (म.प्र.) में पंचकर्म

गवर्नमेंट (ऑटोनोमस) आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल, रीवा (म.प्र.) में आपको पंचकर्म की पूर्ण और उत्कृष्ट सेवाएं मिलती हैं। यहाँ के विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सक आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार पंचकर्म उपचार योजना तैयार करते हैं।

पंचकर्म उपचार प्रक्रिया

  1. प्रारंभिक परामर्श:
    पंचकर्म उपचार से पहले एक प्रारंभिक परामर्श सत्र होता है, जिसमें आयुर्वेदिक चिकित्सक आपके स्वास्थ्य का मूल्यांकन करते हैं और आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं के अनुसार उपचार योजना तैयार करते हैं।
  2. पूर्व कर्म (पूर्व उपचार):
    पंचकर्म प्रक्रिया से पहले शरीर को शोधन के लिए तैयार करने के लिए पूर्व उपचार किया जाता है। इसमें स्नेहन (तेल द्वारा मालिश) और स्वेदन (भाप स्नान) शामिल होते हैं।
  3. प्रधान कर्म (मुख्य उपचार):
    प्रधान कर्म में पंचकर्म की पाँच प्रमुख क्रियाएँ शामिल होती हैं, जो आपके दोषों के अनुसार निर्धारित की जाती हैं।
  4. पश्चात कर्म (बाद का उपचार):
    पंचकर्म प्रक्रिया के बाद, शरीर को पुनः संतुलन में लाने और सामान्य स्थिति में लौटाने के लिए पश्चात कर्म किया जाता है। इसमें विशेष आहार और जीवनशैली के निर्देश शामिल होते हैं।

पंचकर्म के लिए आवश्यक तैयारी

  • सही आहार का पालन: पंचकर्म प्रक्रिया से पहले और बाद में, उचित आहार का पालन करना आवश्यक होता है। हल्का, पौष्टिक और पाचक भोजन लेना चाहिए।
  • ध्यान और योग: मानसिक शांति और शारीरिक संतुलन के लिए ध्यान और योग का अभ्यास करें।
  • पर्याप्त विश्राम: पंचकर्म प्रक्रिया के दौरान और बाद में, पर्याप्त विश्राम लेना जरूरी है ताकि शरीर को पुनः शक्ति प्राप्त हो सके।

विशेषज्ञों से संपर्क करें

गवर्नमेंट (ऑटोनोमस) आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल, रीवा (म.प्र.) में विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सकों की एक टीम है, जो आपको पंचकर्म के अद्वितीय लाभों का अनुभव करने में मदद कर सकती है। इन विशेषज्ञों से संपर्क करने के लिए आप निम्नलिखित विवरणों का उपयोग कर सकते हैं:

संपर्क विवरण:

  • फोन: +91-9575522246 / 07662299159
  • पता: निपानिया, रीवा, मध्य प्रदेश
  • वेबसाइट: www.gacrewa.org.in

अपॉइंटमेंट कैसे बुक करें?

अगर आप पंचकर्म के अद्वितीय लाभों का अनुभव करना चाहते हैं, तो आप हमारे विशेषज्ञों से फोन के माध्यम से संपर्क कर सकते हैं या हमारी वेबसाइट पर जाकर अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं। हमारे विशेषज्ञ आपको उचित परामर्श और उपचार प्रदान करेंगे।

हमारी सेवाएं

गवर्नमेंट (ऑटोनोमस) आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल, रीवा (म.प्र.) में आप निम्नलिखित सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं:

  • नैदानिक परामर्श: विशेषज्ञ आयुर्वेदिक चिकित्सक आपकी समस्या का गहन निरीक्षण और निदान करेंगे।
  • व्यक्तिगत उपचार योजना: आपकी व्यक्तिगत आवश्यकताओं और दोषों के अनुसार एक विशेष उपचार योजना तैयार की जाएगी।
  • पंचकर्म उपचार: शरीर को विषाक्त पदार्थों से मुक्त करने और संतुलन बहाल करने के लिए पंचकर्म उपचार प्रदान किए जाएंगे।
  • आहार और जीवनशैली परामर्श: आपको संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली के लिए आवश्यक मार्गदर्शन दिया जाएगा।

निष्कर्ष

पंचकर्म आयुर्वेदिक चिकित्सा की एक महत्वपूर्ण विधि है जो शरीर और मन को शुद्ध और संतुलित करती है। गवर्नमेंट (ऑटोनोमस) आयुर्वेद कॉलेज और हॉस्पिटल, रीवा (म.प्र.) में आप पंचकर्म के अद्वितीय लाभों का अनुभव कर सकते हैं और अपने संपूर्ण स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। आज ही विशेषज्ञों से संपर्क करें और पंचकर्म के अद्वितीय लाभों का अनुभव करें।


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